ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर का साला ढेर, IC-814 अपहरण का साजिशकर्ता था यूसुफ अजहर

भारतीय सेना ने सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर बड़ा हमला किया। इस ऑपरेशन में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और कई बड़े आतंकवादी मारे गए। सबसे अहम बात यह रही कि इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के चीफ मसूद अजहर का साला मो. यूसुफ अजहर मारा गया।
कौन था यूसुफ अजहर?
मो. यूसुफ अजहर न सिर्फ मसूद अजहर का रिश्तेदार था, बल्कि जैश-ए-मोहम्मद का बड़ा ऑपरेशनल कमांडर भी था। वह आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देता था और जम्मू-कश्मीर में कई बड़े आतंकी हमलों में शामिल रहा। सबसे कुख्यात उसकी भूमिका 1999 में हुई इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 के अपहरण में रही, जिसे काठमांडू से दिल्ली आते वक्त हाईजैक कर लिया गया था। उस घटना में भारत को मजबूरी में तीन बड़े आतंकियों को रिहा करना पड़ा था- जिनमें मसूद अजहर और ब्रिटिश-पाकिस्तानी आतंकी उमर शेख भी शामिल थे। यूसुफ अजहर पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा था।
डेनियल पर्ल के पिता का बयान
2002 में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के मामले में भी अप्रत्यक्ष रूप से यूसुफ अजहर का नाम जुड़ा हुआ था। डेनियल पर्ल के पिता जुडिया पर्ल ने इस ऑपरेशन के बाद कहा कि यूसुफ का संगठन जैश-ए-मोहम्मद उस समय डेनियल के अपहरण के लिए जिम्मेदार उमर शेख की रिहाई में अहम भूमिका में था। उन्होंने कहा, ‘हालांकि यूसुफ सीधे मेरे बेटे के अपहरण में शामिल नहीं था, लेकिन उसी ने उस हाईजैकिंग की साजिश रची थी जिससे उमर शेख रिहा हुआ और बाद में डेनियल पर्ल का किडनैपर बना।’