क्या है अल अय्याला; सऊदी अरब में महिलाओं ने क्यों बाल उछालकर किया डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को सऊदी अरब के दौरे पर गए थे। यहां उनको क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने स्वागत किया। इस बीच जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सऊदी अरब के राष्ट्रपति भवन कसर अल वतन पहुंचे तो यहां उनका अनोखे अंदाज में स्वागत किया गया। यहां महिलाएं बाल उछालकर नृत्य कर रही थीं। वहीं पुरुष हाथों में भाले, तलवार लेकर ढोल की थाप पर नृत्य कर रहे थे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खास अंदाज में हो रहे नृत्य को देख गद्गद हो गए। उन्हें बताया गया कि यह सऊदी अरब की पारंपरिक कला अल अय्याला है। आइए जानते हैं कि क्या है अल अय्याला और इसकी परंपरा क्या है?
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति भवन कसर अल वतन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने स्वागत किया। इस दौरान सफेद गाउन पहनी हुए एक कतार में खड़ी महिलाएं अपने बालों को झटक रहीं थीं। जबकि पुरुष युद्ध के मैदान में सैनिकों की तरह प्रदर्शन करते हुए ढोल की थाप, मंत्रोच्चार और हाथ में तलवार जैसे हथियार लिए नृत्य कर रहे थे। बताया जा रहा है कि यह खास प्रदर्शन यूएई की परंपरा का हिस्सा है। इसे अल अय्याला कहा जाता है।
अल अय्याला क्या है?
अल अय्याला ओमान और यूएई की पारंपरिक कला है। इसे यूनेस्को ने साल 2014 में सांस्कृतिक विरासत के तौर पर मान्यता दी है। अल अय्याला में मांत्रिक कविता गाना, ड्रम बजाना, नृत्य करना शामिल है। इस कला में जो दृश्य दिखाया जाता है वह युद्ध के जैसा होता है। इस कला प्रदर्शन के दौरान 20 पुरुषों को दो पंक्तियों में आमने-सामने खड़ा किया जाता है। वे हाथ में बांस की पतली डंडिया लिए हुए होते हैं, जो भाले और तलवार का प्रदर्शन करती है। दोनों पंक्तियों के बीच में कुछ पुरुष छोटे और बड़े आकार ड्रम बजाते हैं। उनके हाथ में डफ और पीतल की झांझ भी होती है। यहां पर पारंपरिक पोशाक सफेद गाउन पहने लड़कियां सामने खड़ी होती हैं और अपने लंबे बालों को एक तरफ से दूसरी तरफ उछालती हैं।