खालिस्तानियों की कर रहा फंडिंग, दूसरी तरफ श्री स्वर्ण मंदिर पर दागी मिसाइलें

नई दिल्ली: पाकिस्तान का दोहरा चरित्र और भारत के खिलाफ उसकी नापाक साजिश एक बार फिर दुनिया के सामने खुलकर सामने आ गई। दरअसल पाकिस्तान एक तरफ खालिस्तानियों का समर्थन करता है और कनाडा और अन्य देशों में खालिस्तानियों को फंडिंग मुहैया कराता है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की सेना ने सिख धर्म के सबसे बड़े धर्मस्थल अमृतसर स्थित श्री स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाने की कोशिश की। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब भारत और पाकिस्तान में संघर्ष छिड़ा हुआ था, उस दौरान भी पाकिस्तान ने पुंछ में एक गुरुद्वारे को निशाना बनाया था। हमले के दौरान गुरुद्वारे पर गोलियों और मोर्टार से हमला किया गया। इससे साफ समझा जा सकता है कि पाकिस्तान की सिख धर्म के प्रति क्या इज्जत है।
भारतीय सेना ने क्या बताया
भारतीय सेना ने सोमवार को एक डेमो दिखाया, जिसमें बताया गया कि कैसे आकाश मिसाइल सिस्टम समेत भारत के अन्य एयर डिफेंस सिस्टम ने अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर को पाकिस्तान के मिसाइल और ड्रोन्स के हमलों से बचाया। सेना की 15 इन्फैंट्री डिवीजन के GOC मेजर जनरल कार्तिक सी शेषाद्री ने बताया कि ‘7 मई की रात को हमें पुख्ता जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान किसी उचित और सटीक टारगेट न होने के कारण सिविल ठिकानों, खासतौर पर धार्मिक स्थलों को निशाना बनाएगा। इसमें अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर सबसे अहम था। हमें अतिरिक्त जानकारी यह भी मिली कि वे (पाकिस्तान) स्वर्ण मंदिर पर भारी तादाद में ड्रोन और मिसाइल से हमला करेंगे, इसलिए हमने तुरंत आधुनिक एयर डिफेंस उपलब्ध कराया और स्वर्ण मंदिर पर एक आंच भी नहीं आने दी।’
खालिस्तानियों को फंडिंग दे रही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी
भारतीय सेना के इस खुलासे ने एक बार फिर पाकिस्तान का असली चरित्र दिखा दिया है। दरअसल पाकिस्तान प्रोपेगैंडा फैलाकर भारत को अशांत करने की वर्षों से कोशिश कर रहा है। यही वजह है कि पाकिस्तान खालिस्तान के मुद्दे को न सिर्फ सुलगा रहा है, बल्कि पूरी दुनिया में इसे फैलाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पर तो कनाडा में खालिस्तान समर्थकों की फंडिंग करने का भी आरोप लग चुका है।
बीते साल पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने ये आरोप लगाए थे और कहा था कि पंजाब में हिंसा की घटनाएं बढ़ने की वजह कनाडा और अमेरिका में बैठे अपराधी हैं और कई अपराधी खालिस्तान समर्थक समूहों से जुड़े हैं। पंजाब में नशे को बढ़ावा देने के पीछे भी आईएसआई का हाथ है, जो लंबे समय से ड्रोन्स के जरिए पंजाब में नशे और हथियारों की सप्लाई कर रही है। कई खालिस्तानी आतंकी पाकिस्तान में सुरक्षित पनाह लिए हुए हैं।