विदेशी मीडिया के झूठे कवरेज पर बरसे उड्डयन मंत्री नायडू, कहा- AAIB की जांच पर हमें पूरा भरोसा

नई दिल्ली: अहमदाबाद में बीते 12 जून को हुए एअर इंडिया विमान हादसे को लेकर एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर चर्चा जारी है। इसी बीच केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने रविवार को एअर इंडिया 171 विमान हादसे को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि एएआईबी पूरी जिम्मेदारी से और अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत जांच कर रही है।
नायडू ने पश्चिमी मीडिया पर साधा निशाना
मंत्री नायडू ने एएआईबी रिपोर्ट को लेकर विदेशी मीडिया के दावों पर भी निशाना साधा। उन्होंने खासकर पश्चिमी मीडिया को आगाह किया कि वे अफवाहें फैलाने और बिना पुष्टि वाली खबरें छापने से बचें। नायडू ने कहा कि हमें एएआईबी पर पूरा भरोसा है। उन्होंने ब्लैक बॉक्स को भारत में ही डिकोड कर एक बेहतरीन काम किया है। जब तक अंतिम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक कोई भी निष्कर्ष निकालना सही नहीं है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टस पर एएआईबी का निशाना
बता दें कि हाल ही में कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि विमान के उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद पायलट ने गलती से फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद कर दिए, जिससे कॉकपिट में घबराहट फैल गई। इस पर एएआईबी ने कड़ा ऐतराज जताया। साथ ही कहा कि यह जानकारी अपूर्ण और बिना पुष्टि के है। मामले में एएआईबी ने एक आधिकारिक पत्र में कहा कि कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान बिना किसी जांच के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। यह न सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि पीड़ित परिवारों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाता है।
जांच का मकसद: क्या हुआ जानना, न कि क्यों हुआ..
एएआईबी ने जांच के उद्देश्य पर जोर दिया। जारी बयान में कहा गया कि जांच का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि क्या हुआ, और यह काम नियमों के अनुसार पूरी पारदर्शिता से किया जा रहा है। हादसे की पूरी सच्चाई और वजहों का खुलासा अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही किया जाएगा।
एएआईबी ने साफ किया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, किसी भी तरह के कयास या अफवाहें फैलाना जांच की निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि यह भारत के उड्डयन इतिहास का सबसे बड़ा हादसा है, इसलिए जांच भी गंभीरता और पेशेवर तरीके से हो रही है।