छोटे कारोबारियों के बीच यूपीआई बना लेन-देन का सबसे पसंदीदा तरीका, डिजिटल तकनीक से बढ़ रहा कारोबार

देश के छोटे कारोबार (एमएसएमईएस) तेजी से डिजिटल लेन-देन को अपना रहे हैं। मामले में पेनियरबाई की रिपोर्ट की माने तो देश में लगभग 48% छोटे कारोबारियों ने यूपीआई को सबसे पसंदीदा भुगतान का तरीका बताया है। इसके बाद आधार आधारित बैंकिंग को 39% लोगों ने चुना। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि महिला कारोबारियों के बीच आधार बैंकिंग की पसंद 42% तक पहुंच गई है। इसका कारण फिंगरप्रिंट और फेस ऑथेंटिकेशन जैसी सुरक्षित तकनीकों पर बढ़ता भरोसा बताया गया है।
कारोबार में स्मार्टपोरन निभा रह मुख्य भूमिका
सर्वे में शामिल 71% लोगों ने स्मार्टफोन को अपना मुख्य व्यापारिक उपकरण बताया। महिलाओं में यह आंकड़ा और भी ज्यादा, 84% तक पहुंच गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल टूल्स अपनाने से हर तीन में से एक कारोबारी ने अपने कामकाज में सुधार बताया। वहीं 73% छोटे व्यवसायियों ने आय बढ़ने या कामकाज में सुधार का अनुभव किया। हालांकि यह संख्या अभी कम है, लेकिन 7% कारोबारियों ने एआई और ऑटोमेटेड टूल्स जैसे इन्वेंटरी ऐप्स, बिलिंग सिस्टम और कस्टमर एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म्स को इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
क्या बोले पेनियरबाई के सीईओ?
वहीं यूपीआई के बढ़ते लेन-देन को लेकर पेनियरबाई के फाउंडर और सीईओ आनंद कुमार बजाज ने कहा कि एमएसएमई भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। डिजिटल टूल्स जैसे स्मार्टफोन, यूपीआई, आधार बैंकिंग और एआई को तेजी से अपनाना दिखाता है कि यह सेक्टर अब पूरी तरह से आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है।
अब समझिए किन व्यापारियों पर हुआ सर्वे?
गौरतलब है रि यह सर्वे देशभर के 10,000 लोगों और छोटे व्यापारियों के बीच किया गया, जिसमें किराना स्टोर्स, मोबाइल रिचार्ज शॉप्स, मेडिकल स्टोर्स, कस्टमर सर्विस पॉइंट्स (सीएसपी) और ट्रैवल एजेंसियां शामिल थीं। इसको लेकर रिपोर्ट से साफ तौर पर कहा गया है कि भारत का एमएसएमई सेक्टर अब डिजिटल की ताकत को पहचान चुका है और इससे न सिर्फ उनकी कमाई बढ़ रही है, बल्कि काम भी आसान हो रहा है।