वोटर रजिस्ट्रेशन में सुधार की तैयारी, बिहार; हरियाणा और दिल्ली के 371 चुनाव अधिकारियों की ट्रेनिंग शुरू

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने बुधवार को बिहार, हरियाणा और दिल्ली के क्षेत्रीय चुनाव अधिकारियों के लिए एक नया प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया। इसका मकसद वोटर रजिस्ट्रेशन से जुड़े काम में उनकी व्यावहारिक समझ और अनुभव को बढ़ाना है। बता दें कि इस कार्यक्रम में कुल 371 चुनाव अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) और मतदाता पंजीकरण अधिकारी शामिल हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने दी जानकारी
मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने उद्घाटन भाषण में कहा कि जल्द ही सभी बीएलओ को पूरे देश में एक जैसे पहचान पत्र दिए जाएंगे, जिससे वे घर-घर जाकर मतदाता सत्यापन का काम आसानी से कर सकें। चुनाव आयोग ने बताया कि इस प्रशिक्षण में वोटर रजिस्ट्रेशन, फॉर्म भरने और चुनावी प्रक्रिया को जमीन पर लागू करने जैसे जरूरी विषयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि अधिकारी अपनी जिम्मेदारियां और बेहतर तरीके से निभा सकें।
चुनाव आयोग ने किए थे तीन प्रमुख एलान
बता दें कि बीते एक मई को चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को सुधारने के लिए तीन अहम एलान किया था। इसमें सबसे पेली घोषणा मृत्यु पंजीकरण का डेटा से संबंधित मामले में किया गया है। इसके तहत अब चुनाव आयोग को पंजीयक जनरल ऑफ इंडिया से मृत लोगों का रिकॉर्ड सीधे इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मिलेगा।
दूसरे एलान के तहत अब मतदाता स्लिप को और मतदाता के अनुकूल बनाने की बात कही गई थी। इससे वोटर की सीरियल नंबर और पार्ट नंबर अब बड़े फॉन्ट में दिखेगा, जिससे मतदाताओं को अपना पोलिंग स्टेशन पहचानना आसान होगा और चुनाव अधिकारी भी जल्दी से नाम ढूंढ़ सकेंगे।